Kiran Chaudhary का बड़ा बयान, “भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले से ही BJP के लिए कर रहे हैं काम”
हरियाणा कांग्रेस में चल रही अंदरूनी कलह को उजागर करता है। किरण चौधरी के इस तीखे बयान ने हरियाणा की राजनीतिक गलियों में चर्चाओं को तेज कर दिया है।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राज्यसभा सांसद Kiran Chaudhary ने बुधवार (26 फरवरी) को कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तीखा हमला बोला। किरण चौधरी ने दावा किया कि बीजेपी को भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपनी पार्टी में लाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वह पहले से ही बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं। उनके इस बयान के बाद हरियाणा की राजनीति में हलचल मच गई है।
भूपेंद्र हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र पर भी साधा निशाना
Kiran Chaudhary ने सिर्फ भूपेंद्र हुड्डा ही नहीं, बल्कि उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “जब तक पिता-पुत्र (भूपेंद्र और दीपेंद्र हुड्डा) कांग्रेस में हैं, तब तक पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती।”
यह बयान हरियाणा कांग्रेस में चल रही अंदरूनी कलह को उजागर करता है। किरण चौधरी के इस तीखे बयान ने हरियाणा की राजनीतिक गलियों में चर्चाओं को तेज कर दिया है।
दिल्ली में कांग्रेस का सफाया – किरण चौधरी
मीडिया से बात करते हुए किरण चौधरी ने दावा किया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह साफ हो चुकी है और अब पार्टी के खत्म होने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के नगरीय निकाय चुनावों में भी कांग्रेस कमजोर स्थिति में है, जबकि बीजेपी पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज करेगी।
‘भूपेंद्र हुड्डा को धन्यवाद, वह BJP के लिए काम कर रहे हैं’
भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर कटाक्ष करते हुए किरण चौधरी ने कहा, “भूपेंद्र हुड्डा शुरू से ही हमारे (BJP) साथ हैं और हमारे लिए ही काम कर रहे हैं। मैं इसके लिए उन्हें धन्यवाद देती हूं।”
इस बयान के बाद हरियाणा कांग्रेस में हलचल बढ़ गई है। हालांकि, भूपेंद्र हुड्डा या उनके समर्थकों की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
‘कांग्रेस ऐसे नेताओं की वजह से खत्म हो रही है’ – किरण चौधरी
किरण चौधरी ने कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस में भूपेंद्र हुड्डा और उनके बेटे जैसे नेता हैं, तब तक पार्टी का उद्धार नहीं हो सकता। उनके अनुसार, कांग्रेस के कमजोर होते जाने का मुख्य कारण ऐसे नेता ही हैं, जो पार्टी के भीतर ही पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।
हरियाणा के निकाय चुनावों में कांग्रेस की स्थिति
हरियाणा में जल्द ही नगरीय निकाय चुनाव होने वाले हैं और बीजेपी इसको लेकर जबरदस्त प्रचार कर रही है। दूसरी ओर, कांग्रेस प्रचार अभियान में काफी पीछे नजर आ रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, हरियाणा कांग्रेस अभी तक विधानसभा चुनावों की रणनीति से बाहर नहीं आ पाई है। पार्टी के भीतर अभी भी स्टार प्रचारकों और चुनावी जिम्मेदारियों को लेकर घमासान चल रहा है।
कुमारी शैलजा जैसे वरिष्ठ नेता भी कुछ ही क्षेत्रों में प्रचार करते नजर आई हैं, जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक से बाहर कम ही दिख रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए बीजेपी को हरियाणा निकाय चुनाव में बढ़त मिलती दिख रही है।
क्या हुड्डा सच में कांग्रेस छोड़ सकते हैं?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लेकर अक्सर यह चर्चा होती रही है कि वह कांग्रेस छोड़ सकते हैं। हालांकि, उन्होंने हमेशा इन अटकलों को खारिज किया है। लेकिन, बीजेपी की ओर से लगातार उन पर निशाना साधा जाना यह संकेत दे सकता है कि राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।
अगर हुड्डा कांग्रेस छोड़ते हैं तो हरियाणा की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। फिलहाल, सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि कांग्रेस इस बयानबाजी पर क्या प्रतिक्रिया देती है और भूपेंद्र हुड्डा इस मुद्दे को लेकर क्या रुख अपनाते हैं।